मुख्यमंत्री नीतीश ने के. के. पाठक पर जताया भरोसा,शराबबंदी को सफल बनाने की एक बार फिर दी जिम्मेदारी।
ब्यूरो बिकास पाण्डेय
(जमुई-बिहार) बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस चेहरे पर सबसे पहले भरोसा करते हुए शराबबंदी को सफल बनाने का जिम्मा दिया था,अब एक बार फिर उसी चेहरे को बड़ी भूमिका दी गई है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी के.के. पाठक को राज्य सरकार ने निबंधन , उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का अपर मुख्य सचिव नियुक्त किया है।
वे इसके पूर्व भी इस विभाग में योगदान दे चुके हैं। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद साल 2016 में के.के. पाठक को यह जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन बाद में उन्हें इस पद से हटा दिया गया था। अब एक बार फिर उन्हीं के कंधे पर बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने की जिम्मेदारी होगी।राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक के.के. पाठक को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आने के बाद अब अपर मुख्य सचिव निबंधन , उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग पटना के पद पर पदस्थापित किया गया है।