झुमराज मंदिर की नई न्यास समिति का गठन : आस्था के केंद्र के विकास की नई पहल।
ब्यूरो बिकास पांडेय के साथ संवाददाता : पंकज बरनवाल की रिपोर्ट।
जमुई (बिहार) सोनो प्रखंड क्षेत्र के बटिया बाजार स्थित बाबा झुमराज मंदिर को नई दिशा देने के लिए बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड, पटना द्वारा एक नई न्यास समिति का गठन किया गया है। यह समिति अगले आदेश तक मंदिर के संचालन और विकास कार्यों को देखेगी। करीब पंद्रह वर्षों से यह मंदिर धार्मिक न्यास बोर्ड के तहत कार्य कर रहा है, और अब नई कार्यकारिणी के गठन के साथ मंदिर को और भी भव्य रूप से विकसित करने की योजना बनाई गई है।
मंदिर क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ झारखंड, बिहार और बंगाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां अपनी आस्था प्रकट करने आते हैं।23 सितंबर 2024 को जारी पत्रांक 1760 के तहत मंदिर की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जमुई अनुमंडल पदाधिकारी को इस समिति का पदेन अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, वहीं राकेश सिंह को सचिव और प्रमुख समाजसेवी लालू बरनवाल को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। आशीष कुमार बरनवाल को उपाध्यक्ष के रूप में नामित किया गया है। इसके अतिरिक्त, सावित्री देवी, भीम रजक (वर्तमान मुखिया), जानकी सिंह, तालेवर सिंह, संतोष पासवान, प्रमोद बरनवाल और रविन्द्र यादव को भी समिति के सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
समिति के गठन के बाद, शुक्रवार को नवनियुक्त सचिव राकेश सिंह, कोषाध्यक्ष लालू बरनवाल और उपाध्यक्ष आशीष कुमार बरनवाल ने मंदिर परिसर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने मंदिर के भौतिक और सांस्कृतिक ढांचे का निरीक्षण किया। राकेश सिंह ने मंदिर के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है, इसलिए मंदिर परिसर का डिजिटलाइजेशन और सुविधाओं का विस्तार अनिवार्य हो गया है।राकेश सिंह ने कहा कि मंदिर को ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ा जाएगा, जिससे श्रद्धालु घर बैठे मंदिर से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और ऑनलाइन पूजा-अर्चना भी कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर के पास पाताल बोरिंग की व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं और स्थानीय दुकानदारों को मुफ्त शुद्ध जल उपलब्ध कराया जा सके। इस सुविधा से न केवल श्रद्धालु लाभान्वित होंगे, बल्कि पूरे क्षेत्र में जल संकट की समस्या को भी दूर किया जा सकेगा।
महिलाओं के लिए विशेष सुविधाओं का प्रावधान :
कोषाध्यक्ष लालू बरनवाल ने बताया कि मंदिर परिसर में महिलाओं के लिए कपड़ा चेंजिंग केबिन की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही, परिसर में शौचालय निर्माण का कार्य भी शुरू किया जाएगा, ताकि दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छता और सुविधाओं की कमी न हो। इस योजना के तहत प्राथमिकता के आधार पर इन सुविधाओं को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी।
आशीष कुमार बरनवाल ने कहा कि झुमराज बाबा मंदिर को भव्य रूप से स्थापित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसके तहत, मंदिर के नाम से एक वेबसाइट बनाई जाएगी, जहां श्रद्धालु मंदिर की सभी गतिविधियों को देख सकेंगे और मंदिर से जुड़ी सेवाओं का ऑनलाइन लाभ उठा सकेंगे। इस पहल से श्रद्धालुओं को मंदिर से जुड़े रहने का एक नया और आधुनिक तरीका मिलेगा।
सुरक्षा और अन्य सुविधाओं का विस्तार :
मंदिर में भीड़भाड़ वाले दिनों में सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं की सहायता के लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी, जो मंदिर में आने वाले लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान करेगी। इस हेल्पलाइन के माध्यम से लोग मंदिर से जुड़ी जानकारियां और किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त कर सकेंगे।नई समिति ने मंदिर के डिजिटलाइजेशन को प्राथमिकता देते हुए कहा कि ऑनलाइन प्रणाली से जुड़े जाने के बाद श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना के लिए लंबी कतारों में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। वे घर बैठे ऑनलाइन पूजा करवा सकेंगे और मंदिर से संबंधित अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी, जो दूर-दराज से मंदिर में आ नहीं सकते, लेकिन अपनी आस्था को बनाए रखना चाहते हैं।नई न्यास समिति का गठन मंदिर के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से श्रद्धालुओं को और भी बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे उनकी आस्था और भी मजबूत हो सके। नई योजनाओं के तहत मंदिर को आधुनिक तकनीक से जोड़ने और भव्य रूप से स्थापित करने की योजना है, जिससे यह मंदिर क्षेत्र का एक प्रमुख धार्मिक केंद्र बनेगा।इस नई समिति से न केवल मंदिर का भौतिक विकास होगा, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी और अधिक प्रखर होगा।